Nirjala fast kept for 40 days again something like this happened for 1.5 crore car: read full news - Good Health
आपने महाभारत (Mahabharat) या रामायण (Ramayan) जैसी पौराणिक कहानियां सुनी-देखी होंगी. इन सबमें आपने कई बार देखा होगा कि लोग भगवान से वरदान (Wish) मांगने के लिए तप करते थे. घोर तपस्या से खुश होकर भगवान उन्हें दर्शन देते थे, जिसके बाद वो अपनी मनचाही चीज मांग लेते थे. इसमें अमरता से लेकर और भी कई चीजें शामिल होती थी. लेकिन अगर कोई कलियुग में ऐसा करे तो आप क्या कहेंगे? ज़िम्बाब्वे से ऐसा ही एक मामला सामने आया है.

सेंट्रल ज़िम्बाब्वे (Central Zimbabwe) के रिसेन सेंटस चर्च (Risen Saints Church) में काम करने वाले मार्क मुराड़ज़ीरा (Mark Muradzira) को ऐसा विश्वास हुआ कि अगर वो तप करेगा तो भगवान उसे दर्शन देंगे. इसके बाद वो भगवन से लेम्बोर्गिनी कार मांग लेगा.

इस कार को अपनी प्रेमिका को गिफ्ट कर वो उसे खुश कर देगा. भगवान की तपस्या से खुश करने के लिए शख्स ने पूरे 40 दिन का व्रत रखा था. लेकिन 33वे दिन ही उसे चक्कर आने लगे. मौत के पास पहुंचने से पहले उसे अस्पताल पहुंचाया गया जहां डॉक्टर्स ने मुश्किल से उसकी जान बचाई.

भगवान से चाहिए थी कार

Mbare Times में छपी खबर के मुताबिक, 27 साल के मार्क को बीते तेंतीस दिनों से ढूंढा जा रहा था. शख्स को आखिरी बार देखने वालों ने बताया कि उसने कई लोगों से कहा था कि भगवान उसे लेम्बोर्गिनी देने वाले हैं. इसके लिए उसे आइडिया मिल गया है. डेढ़ करोड़ की कीमत वाली इस कार के लिए शख्स ने 40 दिन-रात का व्रत रखा. उसने खाना-पीना बंद कर दिया. लेकिन 33 वें दिन जब उसे ढूंढा गया, तो बेहोश पड़ा मार्क मौत का इन्तजार करता नजर आया.प्रेमिका को करना था गिफ्ट

बेरोजगार मार्क अपनी प्रेमिका को लेम्बोर्गिनी कार देना चाहता था. लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे. ऐसे में मार्क ने तपस्या कर भगवान से कार लेने की सोची. लेकिन व्रत का ये आइडिया फेल हो गया. शख्स को भगवान तो नहीं, तमराज दर्शन जरूर हो गए. इस खबर के सामने आने के बाद चर्च ने उसकी सहायता के लिए पैसे जमा करने शुरू किये. हालांकि, वो काफी कम अमाउंट जमा कर पाए. अब जमा किये पैसों से मार्क के अस्पताल का बिल भरा जा रहा है.

Nirjala fast kept for 40 days again something like this happened for 1.5 crore car: read full news

आपने महाभारत (Mahabharat) या रामायण (Ramayan) जैसी पौराणिक कहानियां सुनी-देखी होंगी. इन सबमें आपने कई बार देखा होगा कि लोग भगवान से वरदान (Wish) मांगने के लिए तप करते थे. घोर तपस्या से खुश होकर भगवान उन्हें दर्शन देते थे, जिसके बाद वो अपनी मनचाही चीज मांग लेते थे. इसमें अमरता से लेकर और भी कई चीजें शामिल होती थी. लेकिन अगर कोई कलियुग में ऐसा करे तो आप क्या कहेंगे? ज़िम्बाब्वे से ऐसा ही एक मामला सामने आया है.

सेंट्रल ज़िम्बाब्वे (Central Zimbabwe) के रिसेन सेंटस चर्च (Risen Saints Church) में काम करने वाले मार्क मुराड़ज़ीरा (Mark Muradzira) को ऐसा विश्वास हुआ कि अगर वो तप करेगा तो भगवान उसे दर्शन देंगे. इसके बाद वो भगवन से लेम्बोर्गिनी कार मांग लेगा.

इस कार को अपनी प्रेमिका को गिफ्ट कर वो उसे खुश कर देगा. भगवान की तपस्या से खुश करने के लिए शख्स ने पूरे 40 दिन का व्रत रखा था. लेकिन 33वे दिन ही उसे चक्कर आने लगे. मौत के पास पहुंचने से पहले उसे अस्पताल पहुंचाया गया जहां डॉक्टर्स ने मुश्किल से उसकी जान बचाई.

भगवान से चाहिए थी कार

Mbare Times में छपी खबर के मुताबिक, 27 साल के मार्क को बीते तेंतीस दिनों से ढूंढा जा रहा था. शख्स को आखिरी बार देखने वालों ने बताया कि उसने कई लोगों से कहा था कि भगवान उसे लेम्बोर्गिनी देने वाले हैं. इसके लिए उसे आइडिया मिल गया है. डेढ़ करोड़ की कीमत वाली इस कार के लिए शख्स ने 40 दिन-रात का व्रत रखा. उसने खाना-पीना बंद कर दिया. लेकिन 33 वें दिन जब उसे ढूंढा गया, तो बेहोश पड़ा मार्क मौत का इन्तजार करता नजर आया.प्रेमिका को करना था गिफ्ट

बेरोजगार मार्क अपनी प्रेमिका को लेम्बोर्गिनी कार देना चाहता था. लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे. ऐसे में मार्क ने तपस्या कर भगवान से कार लेने की सोची. लेकिन व्रत का ये आइडिया फेल हो गया. शख्स को भगवान तो नहीं, तमराज दर्शन जरूर हो गए. इस खबर के सामने आने के बाद चर्च ने उसकी सहायता के लिए पैसे जमा करने शुरू किये. हालांकि, वो काफी कम अमाउंट जमा कर पाए. अब जमा किये पैसों से मार्क के अस्पताल का बिल भरा जा रहा है.
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